बोल पींजरे का तोता राम राम राम
तोता हूँ मैं मैना है तू, हम दोनों चिर गत की अनु
कितनी सुंदर जोड़ी राम राम राम
पल भर ना ही छोड़े हमको, जोड़ी यह विछोड़ ना दे हमको
हम दोनों पर कृपा करो राम राम राम
अब तो कंठ से यह स्वर छूटे, जब तक प्राण बदन में फूटे
हर दम बस यह रट लगा राम राम राम
प्राण जाए पर वचन ना जाए, ऐसे पति की मैं तो सेवकाई
तुलसी के प्रभु की जय राम राम राम
बोल पींजरे का तोता राम राम राम