ब्रह्मचारिणी माता मंत्र
ब्रह्मचारिणी माता नवरात्रि के दूसरे दिन पूजी जाने वाली देवी हैं। उनका नाम "ब्रह्मचारिणी" इस बात का प्रतीक है कि वह तपस्या और ध्यान की देवी हैं। उनकी पूजा करने से भक्तों को ज्ञान, धैर्य, और तप की प्राप्ति होती है। इन मंत्रों का जाप करते समय ध्यान और श्रद्धा से माता ब्रह्मचारिणी का स्मरण करना चाहिए। उनकी कृपा से भक्तों को आंतरिक शांति और संतोष की प्राप्ति होती है।
ब्रह्मचारिणी माता मंत्र
या देवी सर्वभूतेषु माँ ब्रह्मचारिणी रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।
ब्रह्मचारिणी माता का ध्यान मंत्र
वन्दे वाञ्छितलाभाय चन्द्रार्धकृतशेखराम्।
जपमाला कमण्डलु धरा ब्रह्मचारिणी शुभाम्॥
धवल परिधाना ब्रह्मरूपा महाबला।
दिव्यालंकार भूषिता या ब्रह्मचारिणी।
या देवी सर्वभूतेषु माँ ब्रह्मचारिणी रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।