काशी वाले देवघर वाले भोले डमरूधारी
खेल तेरे हैं नाथ निराले शिव शंकर त्रिपुरारी
जय जय जय काशी वाले, काशी वाले , देवघर वाले,
खेल हैं तेरे नाथ निराले , जय शंभू जय जय शंभू
जय जय जय काशी वाले, काशी वाले , देवघर वाले,
खेल हैं तेरे नाथ निराले ,
जय शंभू जय जय शंभू भोले...
जय शंभू जय जय शंभू
जो भी तेरा ध्यान धरे, उसका सुर नर मान करें
जन्म मरण से वह उभरें भोले , चरण तुम्हारे जो भर ले
दया करो विष पीने वाले, भक्तजनों के रखवाले
तुम बिन नैया कौन संभाले ,
जय शंभू जय जय शंभू भोले...
जय शंभू जय जय शंभू
ऐसे हो औ घर दानी , देते हो वर मनमानी,
असमासूर था अभिमानी, तो भस्म कराई शैतानी,
तो पार्वती बन विष्णु आए, दगाबाज को मजा चखा है,
भांग धतूरा आपके खाए,
जय शंभू जय जय शंभू भोले...
जय शंभू जय जय शंभू
अपनी विपदा किसे सुनाएं, मन में एक आशा है लाई
श्री चरणों की धूल मिले जो, नयन हमारे दर्शन पाए,
आस हमारी पूरी कर दो , मेरी खाली झोली भर दो,
एक नजर मुझ पर भी कर दो
जय शंभू जय जय शंभू भोले...
जय शंभू जय जय शंभू
जो भी आया तेरे द्वारे, जागे उसके भाग्य सितारे,
मैं शरणागत शरण तिहारी, भोले शरण तिहारी, शरण तिहारी,
करो नहीं कोई लाखों टारे, शर्मा को मत भूलो स्वामी,
हे कैलाशी अंतर्यामी, ओम नमः शिव नमो नमामि
जय शंभू जय जय शंभू ,जय शंभू जय जय शंभू
जय जय जय काशी वाले, काशी वाले , देवघर वाले,
खेल हैं तेरे नाथ निराले ,
जय शंभू जय जय शंभू भोले...
जय शंभू जय जय शंभू