मेरे श्याम का जग दीवाना है
यह जग का सेठ पुराना है
भक्तों के सागे सारी रात यह जागे
कीर्तन का यह तो बहाना है, दीवाना है
मेरे श्याम का जग दीवाना है
तेरे नैन कटीले कजरारे
हे मोर मुकुट तू सिर धारे
मुस्कान में तेरी पागल कर डाले
खुशियों का श्याम ठिकाना है, दीवाना है
मन मस्त मगन हो जाएगा
भजनों में तेरे खो जाएगा
दरबार तुम्हारा बड़ा अलग नजारा
कहता यह सारा जमाना है , दीवाना है
है तुमसे बड़ा ना चोर कोई
मेरा दर्द ना जाने और कोई
मेरे सपनों में आकर मेरे दिल को चुराया
राधा का श्याम दीवाना है दीवाना है
जिस दिन से तुझको बाबा देखा है
उस दिन से मैंने यह जाना है
तू मेरे लिए है मैं तेरे लिए हूं
लगता है रिश्ता पुराना है दीवाना है
मेरे श्याम का जग दीवाना है .......