01 Dec 2025 आध्यात्मिक मार्गदर्शन विश्वसनीय जानकारी

तुलसी पूजा की विधि: लाभ, महत्व और सही तरीका | तुलसी पूजन का महत्व

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ॐ तुलस्यै नमः मंत्र का जाप तुलसी पूजा के दौरान किया जाता है। तुलसी का हिंदू धर्म में अत्यंत धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व है। इसे पवित्र माना जाता है और भगवान विष्णु तथा देवी लक्ष्मी की प्रिय है। तुलसी पूजा से जीवन में शुद्धता, समृद्धि, और आध्यात्मिक उन्नति प्राप्त होती है।

तुलसी पूजा की विधि

स्नान और शुद्धिकरण: पूजा से पहले स्वयं स्नान करें और शुद्ध वस्त्र धारण करें। पूजा स्थल को साफ करें, जहां तुलसी का पौधा रखा गया है। तुलसी के पौधे को जल चढ़ाना: साफ जल लें और इसे तुलसी के पौधे पर चढ़ाएं। आप जल में थोड़ा गंगाजल मिलाकर तुलसी को अर्पित कर सकते हैं। जल चढ़ाते समय "ॐ तुलस्यै नमः" का जाप करें। दीप जलाना तुलसी के पौधे के सामने एक घी का दीपक जलाएं। इसे संध्या के समय करना विशेष फलदायी माना जाता है। दीप जलाते समय तुलसी माता के समर्पण में मंत्रों का जाप करें, जैसे "ॐ तुलस्यै नमः"। फूल और चंदन अर्पित करें तुलसी के पौधे पर चंदन, रोली, अक्षत (चावल), और सुगंधित फूल अर्पित करें। इन चीजों को अर्पित करते समय "ॐ तुलस्यै नमः" या तुलसी माता के अन्य स्तोत्रों का पाठ करें। तुलसी पर परिक्रमा (घूमना) तुलसी के पौधे की परिक्रमा करना शुभ माना जाता है। 1, 3, 7 या 11 बार परिक्रमा करें। परिक्रमा करते हुए "ॐ तुलस्यै नमः" मंत्र का जाप करें। नैवेद्य (प्रसाद) चढ़ाना तुलसी माता को नैवेद्य अर्पित करें, जैसे मिश्री, फल या गुड़। प्रसाद चढ़ाते समय तुलसी माता की कृपा और आशीर्वाद की कामना करें। आरती और प्रार्थना तुलसी माता की आरती करें और अपनी इच्छानुसार कोई भी प्रार्थना या स्तुति करें। अंत में हाथ जोड़कर श्रद्धा और भक्ति के साथ प्रार्थना करें।

तुलसी पूजा का महत्व

धार्मिक और आध्यात्मिक शुद्धता: तुलसी को हिंदू धर्म में पवित्र और पूजनीय माना गया है। तुलसी की पूजा से घर और मन में पवित्रता आती है और नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है। भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी की कृपा: तुलसी माता को भगवान विष्णु की प्रिय मानी जाती हैं। ऐसा माना जाता है कि जो व्यक्ति तुलसी की पूजा करता है, उसे भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है, जिससे जीवन में धन, समृद्धि और सुख की प्राप्ति होती है। स्वास्थ्य और दीर्घायु: तुलसी के पौधे को औषधीय गुणों के कारण आयुर्वेद में अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया है। तुलसी की पूजा से व्यक्ति शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहता है। सकारात्मक ऊर्जा: तुलसी का पौधा घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है और तनाव, क्रोध, और चिंता को दूर करता है। इसका धार्मिक और वैज्ञानिक दोनों दृष्टिकोण से महत्व है। पारिवारिक सुख और समृद्धि: तुलसी माता की नियमित पूजा से परिवार में सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है। इसे वैवाहिक जीवन और परिवार के लिए शुभ माना जाता है। संकटों से रक्षा: तुलसी को संकटहारी और संकटों को दूर करने वाली माना जाता है। इसकी पूजा से जीवन के कठिन समय में सहारा मिलता है और कठिनाइयों से उबरने की शक्ति प्राप्त होती है। तुलसी पूजा से न केवल धार्मिक लाभ प्राप्त होते हैं, बल्कि इससे मानसिक, शारीरिक, और आध्यात्मिक उन्नति भी होती है। "ॐ तुलस्यै नमः" मंत्र के जाप से घर में सुख, शांति, और समृद्धि आती है, और जीवन में शुद्धता का संचार होता है।
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