किसको है कितना देना
भोला तय करता
जानता है सबकी बातें
कौन कैसे दिल का
हो जाए सच्चा जो भी
भोला उसकी सुनता
शम्भों की भक्ति ने बदले हालात रे
शंभु ने दिन भी बदले
शंभु ने रात रे
शंभु ने दिन भी बदले शंभु ने रात रे
शंभु संकट हरने वाले
नाथो के भी नाथ है
शंभु सबसे भोले भले
सबके भोलेनाथ है
विष का प्याला
खींच के अंदर
मंद मंद मुसकाते है
तीनों लोक के है रखवाले
कष्ट सभी सह जाते है
शंभु कल भी साथ थे
मेरे आज भी मेरे साथ रे
शंभु शंकर है संन्यासी
हम शंभु के दास है
शंभु सुख की बारिश करते
वों मेरा विश्वास हैं
भक्तों को देख रहे हैं
ध्यान में उनकी आँखें हैं
शंभु करना रक्षा सबकी
हाथ जोड़ के ध्यातें है
शंभु से शुरुआत हुई है
अंत भी होगी ख़ास रे
शंभु ने दिन भी बदले शंभु ने रात रे
शंभु की भक्ति ने बदले हालात रे
शंभु ने दिन भी बदले शंभु ने रात रे